कैसे करें बोर्ड एग्जाम 2024 कि तैयारी। लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
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सोमवार, 26 फ़रवरी 2024

कैसे करें बोर्ड परीक्षा 2024 कि तैयारी..?

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प्रेरणा डायरी

2/2/2024


परिवार का माहौल तनाव मुक्त रखें --

बोर्ड की परीक्षाएं कुछ समय बाद शुरू होने वाली हैं, जिसका तनाव आज के  समय सिर्फ ब्रच्चे ही नहीं ले रहे, बल्कि बढ़ती प्रतिस्पर्धा के दौर में बच्चों से ज्यादा माता-पिता उनकी पढ़ाई को लेकर तनाव में रहते हैं। परीक्षा के दौरान माता-पिता को बच्चों की डाइट, परीक्षा में नंबर, उनकी सही देखभाल और भविष्य को लेकर चिंता लगातार  बनी रहती है। लेकिन आपका चिंतित  रहना और घर में तनावपूर्ण माहोल बच्चे के प्रदर्शन पर खराब असर डाल सकता है। दरअसल, परीक्षा कोई आपदा नहीं है, जो अचानक से परिवार के सामने आ गई हो। इसके लिए सालभर की ही रणनीति होनी चाहिए। परीक्षा में समय माता-पिता को यह ध्यान रखना जरूरी है कि वे स्वयं बच्चे की परीक्षा का तनाव न लें, बल्कि उसे तनावमुक्त ' और सकारात्मक वातावरण दें। 


मूल्यांकन करते रहें --

हर एक मूल्यॉफन हमें और आगे बढ़ने हमारी  क्षमताओं का परीक्षण करने और सफलता प्राप्त करने का अवसर  देता है। इसलिए यह जरूरी है कि परीक्षा की तैयारी के दौरान बार बार अपनी क्षमताओं और  क्रार्ययोजनाओं का मूल्यांकन किया  जाए। देखा जाए तो बोर्ड की परीक्षाएं स्टूडेंट्स और उनके एकेडमिक कैरियर के अगले चरण  के बीच खड़ी कोई चुनौती नहीं हैं... बल्कि यह तो शेक्षणिक यात्रा में केवल एक मील का पत्थर है। जब आप चिंता और तनाव के साथ इस मार्ग पर आगे बढ़ते हैं तो आपका आत्मविश्वास भी कमजोर होने लगता है। शांत मन से परीक्षा की तैयारी ही आपको सफलता की ओर ले जाएगी। इस सबसे अहम है योजनाबद्ध तरीके से पढ़ाई करना जिसमें पढ़ाई ओर आराम का समय दोनों को शामिल करें। दिन भर किताबों में भी न उलझे रहे इससे आपको मानसिक ओर शारीरिक थकान ज्यादा होगी जो किसी न किसी तरह से आपके  परिणाम को प्रभावित कर सकती... है? बोर्ड की परीक्षा अब नजदीक  है ऐसे में इन महत्त्वपूर्ण बातों को ध्यान में हुख्वते हुए अपनी अध्ययन की रणनीति तेयार करें। ये टिप्स आपको सफलता के मार्ग की ओर आगे बढ़ने में मददगार होंगे। 


परीक्षा से पहले कि हडबडाहट खतरनाक --

परीक्षा के नजदीक और अंतिम समय  में हेडबड़ाहट में रिवीजन की कोशिश न करें। इससे आपका तनाव बढ़ेगा और प्रश्नों के जवाब को लेकरे भ्रम की स्थिति भी  अधिक हो जाएगी। इसलिए परीक्षा.  से पहले यदि आपको रिवीजन करने काथो समय मिल रहा है तो हछ उसमें केवल कुछ महत्त्वपूर्ण बिंदुओं का ही दोहराव करें।  इसी तरह परीक्षा देने के बाद  प्रश्न पत्र का विश्लेषण करने से का बचना चाहिए, इससे आपके अगले कः प्रश्न पत्र की तैयारी प्रभावित हो वि सकती है। इसलिए पेपर देने के बाद . अगले प्रश्न पत्र की तैयारी में जुट स्‌ ज़ाए। परीक्षा खत्म होने के बाद अपने प्रश्न पत्रों का विश्लेषण करें।


खुद को समय देना जरुरी --

 वैज्ञानिक शोध यह बताते हैं कि हमें खुद के साथ भी वैसा ही व्यवहार करना चाहिए जैसा हम अपने अच्छे दोस्तों के साथ करते हैं। खुद से प्रेम करने और खुद से लगा होने पर हम अपने आप को संतुष्ट महसूस करते हैं हर काम के प्रति उत्सुकता रहती है और मन में सकारात्मक विचार आते हैं खुद के प्रति सहानुभूति रखना भावनात्मक रूप से हमें मजबूत बनाता है। हमारी जिंदगी में सब कुछ अच्छा चल रहा हो तब भी हमें खुद की देखभाल करना जरूरी होता है.


रुचियों को समय देकर बढ़ाये, सकरामकता --


कई बार रिवीजन करते समय स्टूडेंट को बहुत बोरियत होने लगती है, खासकर तब जब उन विषयों का अध्ययन किया जा रंहा हो, जो कठिन लगते हैं। ऐसे में थोड़ी देर पढ़ाई से ब्रेक लेकर अपनी हॉबी को समय दें, कोई अच्छा मन पसंद संगीत सुने, रोमांटिक सोंग सुने,कॉमेडी सुने।  आपको कुछ क्रिएटिब वर्क करना पसंद है तो उसे कर सकते  हैं। इस दौरान आप कोई आर्ट बर्क भी कर सकते हैं। इसी तरह यदि आपको संगीत पसंद है तो अपना पसंदीदा संगीत सुन सकते हैं या फिर कोई वाद्ययंत्र बजा सकते हैं। इससे शरीर में अच्छे हार्मोस का स्तर बढ़ेगा, जिससे आपको सकारात्मकता मिलेगी और आप तरोताजा दिमाग से अध्ययन कर सकते हैं। कई बार परीक्षा में ग्रेड के बारे में बहुत अधिक न सोचना उस ग्रेड स्तर को बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। परीक्षा के परिणाम पर ज्यादा सोचने से आत्मविश्वास कमजोर होता है। इसलिए जब भी परीक्षा आपका तनाव बढ़ा रही हो आपके पास स्वयं को उत्साहित, पॉजिटिव करने का कोई तरीका हो और इस हॉबी को अपने - टाइम टेबल में अवश्य शामिल कर लें। 


अपने सेंटर पर रोज समय से पहले पहुँचे ---

कुछ स्टूडेंट्स को परीक्षा वाले दिन बहुत तनाव हो जाता है। कुछ स्टूडेंट्स exam हाल पहुँचते पहुँचते बहुत घबरा जाते है और तनाव में आ जाते है, लेकिन इस तनाव को कम करने का सबसे अच्छा तरीका है परीक्षा केंद्र में जल्दी पहुंचें और आराम से.. परीक्षा दें। परीक्षा कैंद्र पर जल्दी पहुंचने से आपको किसी तरह की हड़बड़ाहट नहीं... और आपको सहज होने का समय मिलेगा। मन और दिमाग को शांत रखने के लिए परीक्षा से पहले कुछ देर गहरी सांसें लें और अपने काम पर ध्यान केंद्रित करें। का परीक्षा शुरू करने से पहले इन बातों पर विशेषतौर पर गौर करें। 


ऐसे तैयार करें सफ़लता कि रणनीति --- 

अच्छी सफ़लता और कामयाबी के लिए निम्न स्ट्रेटजी  को फॉलो कर सकते हैं  -- 


 1.सिलेबस को छोटे-छोटे भागों में बांट लें। हर एक विषय को अपनी क्षमताओं एवं कमजोरियों के अनुसार अध्ययन का समय निर्धारित करें।  


2.आप जो भी विषय पढ़ रहे हैं उसमें से क्या प्रश्न तैयार हों सकते हैं, इसके बारे में विचार करें। 


3.अपने ज्ञान को बढ़ाने और समस्या समधान के लिएं आप फ्लैशकार्ड और तस्वीरों की मदद लें। जब किसी कठिन विषय को आप पॉइंट्स में लिखकर या चित्र के माध्यम से समझेंगे तो आपको ज्यादा प्रभावी तरीके से याद होगा। 


 4. बार-बार अभ्यास करें, इससे विषय पर पकड़ भी बनेगी। अभ्यास प्रश्नों को हल करने का तरीका ऐसा हो जैसे आप परीक्षा केंद्र में बैठ कर हल कर रहें है । 


5. पूर्व के प्रश्न-पत्रों, अभ्यास प्रश्न और मॉक टेस्ट के माध्यम से आप अपनी तैयारी का आकलन कर सकते हैं। इसंसे आपको यह पता चलेगा कि किन विषयों पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है। 


6.पहले दिशा-निर्देश पढ़ें 


सवाल का जवाब  लिखने से पहले प्रश्न पत्र एवं उत्तर-पुस्तिका पर दिए... गए निर्देशों को ध्यान पूर्वक पढ़ लें, ताकि जल्दबाजी में आपसे कोई गलती न हो। 7. कठिन प्रश्नों को पहले हल करने का प्रयास न करें, जिनका जवाब आपको अच्छी तरह से आता हो। इससे सवालों का जवाब लिखने की आपकी ' गति एवं आत्मविश्वास कोनों बढ़ेंगे। इस तरह आप शेष समय में शांत दिमाग सै कठिन प्रश्नों को हल कर सकेंगे। 



8. रिव्यू और रिवाइज परीक्षा का समय समाप्त होने से कुछ मिनट पहले अपने उत्तरों की समीक्षा करें। कई बार जल्दबाजी के चक्कर में कुछ गलतियां छूट जाती हैं जिन्हें इस समय में आप सुधार सकते हैं। 


9. नंबर के फेर में न पड़ें बोर्ड की परीक्षा केवल अच्छा स्कोर करना ही नहीं है, बल्कि यह तो आपके कैरियर की एक सीढ़ी है। यंह परीक्षा आपके धैर्य और समर्पण की है। इसलिए सीखने की प्रक्रिया को अपनाएं और आगे बढ़ने की कोशिश करें, अपनी छोटी-छोटी. उपलब्धियों की खुशियां मनाएं। 

इसके अतिरिक्त आप निम्न बातों को ध्यान में रखें ---

1. तैयारी करते समय अपने नोट्स खुद ही बनाएं।

2. बनाए गए टाइम टेबल को अच्छे से फॉलो करें।

3. बोर्ड एग्जाम की तैयारी करते समय खुद को बेहतर बनाने पर ज्यादा फोकस करें।

4. समय का अच्छी तरह से उपयोग करें।

5. किसी भी मदद लेने से ना डरें।

6. बेड पर सोते-सोते पढ़ाई ना करें।

7. अपने स्वास्थ्य का अच्छे से ध्यान रखें।

8. रोज व्यायाम करें।

8. मन को हमेशा स्थिर रखें।

9. पौष्टिक भोजन करें।

10. हार्ड नहीं हमेशा स्मार्ट वर्क करें।

11. जो सवाल कठिन लगते हैं वह प्रश्नों को बार-बार अभ्यास करें।

12. बोर्ड परीक्षा में जो प्रश्न आते हो वह पहले सॉल्व करें।

13. बोर्ड परीक्षा में हमेशा अच्छे हैंडराइटिंग में लिखें।

15. कम रोशनी में पढ़ाई कभी ना करें।

16. मॉडल पेपर्स से ज्यादातर प्रैक्टिस करें।

17. बोर्ड एग्जाम की तैयारी करने के साथ-साथ बोर्ड एग्जाम में क्या क्या लेकर जाए इसकी भी जानकारी रखें-


18. अपने सारे डाक्यूमेंट्स और आईडी साथ में लें।

19. बॉक्स में पेन पेंसिल रबड़ स्केल और बाकी जरूर बंद कीजिए ध्यान से लें।

20. 30 मिनट पहले ही एग्जाम सेंटर में पहुंच जाएं।

21. बैंग ,जेब, पर्स को अच्छे से जांच करें उसके अंदर किसी भी प्रकार की पर्ची ना रह गई हो।

22. एग्जाम हॉल में अपने रोल नंबर पर 10 मिनट पहले हैं बैठ जाए।

23.पेंसिल रबर पेंट बॉक्स में से निकाल कर रखें।

24.बोर्ड एग्जाम में साथ में अपनी हॉल टिकट भी लेकर जाएं।

25.हाल टिकट पर अपना फोटो अच्छे से लगाए।

26.प्रश्न पेपर मिलते हैं उसको ध्यान से पढ़ें।

27.जो भी प्रश्न आते हैं उसे सबसे पहले हल करें।

28.प्रश्न नंबर को अच्छे से लिखें।


लम्बी पढाई के बजाय, छोटे-छोटे अंतराल लें ---


यह सोच गलत है कि परीक्षा है तो देर तक पढ़ाई करनी है। इससे आपको बीरियत होने लगेगी और विषय भी बोझिल लगेगा। देखा जाए तो घंटों 'किंताब लिए बैठे रहने से बेहतर है, पढ़ के बीच छोटे छोटें अंतराल रखें। इससे आप्रको अनावश्यक परीक्षा का तनाव नहीं होगा और पढ़ाई भी ज्यादा प्रभावी तरीके से कर सकेंगे। इसलिए मानसिक तनाव से बचने के लिए ब्रेक लेकर पढ़ाई करें। कई रिसर्च इस बात का खुलासा . करती हैं कि पढ़ाई के दौरान छोटे-छोटे ब्रेक लेने से प्रोडक्टिविटी और ध्यान - केंद्रित करने की क्षमता को सुधारा जा . सकता है। इसके लिए सबसे पहले टाइम टेबल बनाएं।45 से 50 मिनट तक पढ़ाई करने के बाद 10 मिनट का ब्रेक लें। इस समय में थोड़ा टहल लें। गहरी सांस लें। इसके बाद जब पढ़ने बैठेंगे, तो एक अलग ही ऊर्जा महसूस करेंगे। लम्भे समय तक पढाई करने से आपमें ऊर्जा बरकरार नही रह पायेगी। जल्दी थकान होगी, और ठीक से Learning भी नहीं हो पायेगी। 


गहरी और सुकून भरी नींद जरूरी ---


परीक्षा का बुखार इसलिए भी चढ़ता है, क्योंकि नींद पूरी नहीं होती या डर,  तनाव, घबराहट के कारण ठीक से नींद नहीं आती । जबकि नींद पूरी लेनी बेहद जरूरी होता है। कम से कम आठ घंटे की गहरी नींद इस दौरान लेनी चाहिए। मानसिक और शारीरिक थकान दूर होगी, तब ही मन पढ़ाई में लगेगा। सर्केडियन रिदम यानी शरीर की आंतरिक घड़ी को समझें। इस रिदम में खराबी से मूड और मस्तिष्क से जुड़े डिसऑर्डर होने की आशंका बढ़ जाती है। सोने-जागने की दिनचर्या बनाएं। कहा जाता है बेटर स्‍लीप, ब्रेटर ग्रेडस। कई स्टडी में यह खुलासा हुआ है कि जो  बच्चे परीक्षा से पहले पूरी नींद लेते हैं उनका परिणाम बहुत अच्छा होता है। 15 से 20 मिनट की पावर नेप लें। नींद की कमी आपकी क्षमताओं और तनाव के स्तर को प्रभावित करती है। 


 प्रश्न- उत्तर

 दोस्तों यहां पर परीक्षाओं के दिनों में सबसे ज्यादा पूछे जाने वाले प्रश्नों को में शामिल कर रहा हूं।  एग्जाम के दिनों में लगभग- लगभग हर बच्चे की यह समस्या होती हैं ।

 प्रश्न नंबर 1.  -- जब मैं पढ़ने बैठता हूं तो नींद आने लगती है और पढ़ाई नहीं हो पाती मैं क्या करूं..?

 उत्तर -- प्रिय छात्रों इसमें घबराने जैसी कोई बात नहीं है परीक्षाओं के दिनों में यह समस्या आम होती है इससे निजात पाने के लिए मैं आपको कुछ नियम या टिप्स बता रहा हूं इन्हें फोलो करके आप इस समस्या से मुक्त हो सकते हैं और अच्छी पढ़ाई करके अच्छा स्कोर कर सकते हैं। इसके लिए आप निम्न बातों का ध्यान रखें --

1. सबसे पहला कार्य है आप पढ़ाई के लिए एक आरामदायक और अनुकूल माहौल तैयार करे।

2. यह सुनिश्चित करें कि आप जिस अध्ययन कक्ष में अपनी पढ़ाई करते हैं वहां पर अच्छी रोशनी आ रही हो एवं खुली हवा का भी प्रवेश हो ताकि आपकी पढ़ाई के लिए एक अच्छा एनवायरमेंट तैयार हो सके।

3. तीसरी बात आप यह ध्यान रखें कि कभी भी बिस्तर पर बैठकर ना पढ़े, टेबल कुर्सी का प्रयोग करें एवं टेबल कुर्सी पर हमेशा सीधे होकर बैठकर पड़े,  ताकि आपको आलस्य न आए। आलास्य आने के बाद फिर पढ़ाई नहीं हो सकती।

4. ध्यान रखें कि कभी भी रात-रात भर पढ़ाई ना करें या देर रात तक भी पढ़ाई ना करें आप पढ़ाई के लिए अधिकतर समय सुबह या दिन में निकले देर रात तक पढ़ने के कई दुष्प्रभाव हमारे शरीर और मस्तिष्क पर पढ़ते हैं।

5. अंतिम कार्य मैं आपको बता रहा हूं कि रोज सुबह नियमित रूप से व्यायाम या कसरत करें एवं पौष्टिक भोजन ले।


 प्रश्न नंबर - 2. --  मैं कक्षा 10 का छात्र हूं मुझे बताएं की गणित की परीक्षा में गणना संबंधी गलतियों को कैसे काम किया जा सकता है..?

उत्तर --  गणित में गणना संबंधी गलतियां आमतौर पर अति आत्मविश्वास या फिर हर बड़ी की वजह से होती हैं इसलिए परीक्षा के दौरान शांत चित्र से पेपर हल करना चाहिए पेपर को हल बारात में हाल ना करें। मन में किसी प्रकार की घबराहट या डर ना रखें। इन्हीं की वजह से आपकी अच्छी तैयारी के बावजूद भी आपका पेपर बिगड़ सकता है। अपनी आंसर शीट एग्जामिनर को देने से पहले एक बार वापस चेक करनी चाहिए। गणित में अक्सर छोटी गलतियां बहुत होती हैं जैसे प्लस के स्थान पर माइनस कर देना और माइनस के स्थान पर प्लस कर देना गुना के स्थान पर भाग का निशान लगा देना अतः ध्यान रखें कि यह छोटी-छोटी प्लस माइनस की गलतियां ना हो।

 पूरा पेपर सॉल्व होने के बाद एक बार सरसरी नजर से चेक करना चाहिए और उसे समय यदि कोई कैलकुलेशन संबंधी गलती पकड़ में आए तो उसे तुरंत ठीक कर देना चाहिए।

 नियमित योग और ध्यान का अभ्यास करें ध्यान और योग एकाग्रता को बढ़ाते हैं परीक्षा और पढ़ाई के समय एकाग्रता बहुत मायने रखने वाली चीज बन जाती है।इन कुछ छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखें अपने गणित के पेपर को हल करें आपका पेपर अच्छा होगा मैं उम्मीद करता हूं।