भारत -- टॉपिक लिस्ट। विषय सूची --
1. भारत - समान्य परिचय, नक्सा ज्ञान, राज्य, सीमा, पड़ोसी देश, केन्द्र सा.प्र.
2. भारत के भौतिक प्रदेश।
3. अपवाह तंत्र।
4. जलवायु।
5. भारत की मृदा।
6. वनस्पति।
7. जीव मण्डल।
8. पार्यायवरण।
9. Agriculture, कृषि ।
10. बहुउदेशीय परियोजना।
11. भारत के खनिज।
12. उद्योग।
13. ऊर्जा संसाधन।
14. भारत में जनसंख्या।
15. जानाकिय गुण।
16. भारत में नागरीकरn।
अध्याय 1 - भारत एक समान्य परिचय।
भारत का नामकरण ---
भारत की सभ्यता एवं संस्कृति उतनी ही पुरानी है जितनी कि मानव उत्पत्ति। भारत की विशालता एवं तीन ओर से समुद्र से घिरा होने के कारण इसे उपमहाद्वीप की संज्ञा दी गई है। इसका प्राचीन नाम आर्यावर्त था। राजा भरत के नाम पर इसका नोम भारतवर्ष पड़ा। वैदिक आरयों का निवास स्थान सिंधु घाटी में स्थित था। पर्शिया (आधुनिक ईरान) के लोगों ने सबसे पहले सिन्धु घाटी से भारत में प्रवेश किया। वे लोग स का उच्चारण ह की तरह करते थे तथा वे सिन्धु नदी को हिन्दू नदी कहते थे। इसी आधार पर इस देश को हिन्दुस्तान नाम दिया। ये लोग सिन्धु का बदला रूप हिन्दू यहाँ के निवासियों के लिए भी प्रयोग करते थे। जेन पौराणिक कथाओं के अनुसार हिन्दू और बौद्ध ग्रंथों में भारत हेतु जम्बूद्वीप का प्रयोग किया गया है। भारत के लिए प्रयुक्त इण्डिया शब्द की उत्पत्ति ग्रीक भाषा के इण्डोस (indos) से हुई है। यूनानियों ने सिन्धु को इण्डस तथा इस देश को इण्डिया कहा। जेम्स अलेक्जेंडर ने अपने विवरण में हिन्दू (hindu) का ह (h) हटाकर देश को इन्दू (indu) नाम से सम्बोधित किया था। बाद में परिवर्तित होकर यह इण्डिया (india) हो गया। भारत के संविधान के अनुच्छेद-1 के अनुसार में स्पष्ट किया गया है कि, भारत अर्थात् इण्डिया राज्यों का संघ होगा
भारत -- इस्थिति और विस्तार -
भारत देश पृथ्वी के उत्तरी-पूर्वी गोलार्द्ध में
8*4 ' से 37* 6' उत्तरी अक्षांश तथा 68*7' से 97*25' पूर्वी देशान्तर के मध्य स्थित है। भारत का भौगोलिक क्षेत्रफल--
32 ,87 ,263 वर्ग किमी. है, जो विश्व के कूल क्षेत्रफल का 2.43% है। क्षेत्रफल के दृष्टिकोण से भारत का रूस, कनाडा, चीन, संयुक्त राज्य अमेरिका, ब्राजील व ऑस्ट्रेलिया के बाद सातवाँ स्थान है। जबकि, जनसंख्या के दृष्टिकोण से चीन के बाद भारत का दूसरा स्थान है, जहाँ विश्व की कुल जनसंख्या का 17.9% भाग निवास करता है। 82% पूर्वी देशान्तर भारत के लगभग मध्य से होकर गुजरती है। इसी देशांतर के समय को देश का मानक समय (Standard Time) माना गया है, यह इलाहबाद के निकट नैनी से होकर गुजरती है जो कि भारत के पाँच राज्यों --उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा तथा आन्श्र प्रदेश से होकर गुजरती है। भारत का समय ग्रीनविच्च समय
से 5 घंटा 30 मिनट आगे हे। कर्क रेखा भारत के लगभग मध्य भाग एवं आठ राज्यों (गुजरात, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड, पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा तथा मिजोरम) से एवं पड़ोसी देश बांग्लादेश से होकर गुजरती है।
भारत का लगभग अधिकांश क्षेत्र मानसूनी जलवायु के अंतर्गत आता है लेकिन कर्क रेखा इसे लगभग दो बराबर भागों उत्तरी भारत (उपोष्ण या कोष्ण शीतोष्ण कटिबंध) एवं दक्षिणी भारत (उष्ण कटिबंध) में बाँटती है।
भारतीय भू-भाग की लंबाई (पूर्व से पश्चिम) 2,933 किमी. तथा चौड़ाई (उत्तर से दक्षिण) 3214 किमी, है। इस प्रकार, भारत लगभग चतुष्कोणीय देश है। भारत का प्रायद्वीपीय
भाग त्रिभुजाकार आकृति में हिन्द महासागर की ओर फैला
हुआ है, जो इस महासागर को 2 शाखा अरब सागर तथा बंगाल की खाड़ी में विभाजित करता है। हिन्द महासागर और उसकी शाखाएँ अरब सागर व ब्रंगाल की खाड़ी क्षेत्र में भारत की तटीय सीमा बनाती हैं। इसकी इसथलीय-सीमa की लम्बाई 15 ,200 किमी, तथा मुख्य भूमि की तटीय सीमा की लम्बाई 6,100 किमी. है। द्वीपों सहित देश की कुल सीमा 7516.6 किमी, है। इस प्रकार, भारत की कुल, सीमा 22,716.6( 15200+7516.6) किमी है। गुजरात की तटीय सीमा सबसे लम्बी है, क्योंकि इसमें सर्वाधिक क्रीक (creek ) है।
भारत का दाक्षणतम बिंदु इंदिरा प्वाइंट है, जो ग्रेट निकोबार द्वीप में 6"45' उत्तरी अक्षांश पर स्थित है। पहले इसका नाम पिग्मेनियन प्वॉाइट था। यह भूमध्य रेखा से 876 किमी. दूर है। 2004 में हिन्द महासागर क्षेत्र में भूकंप से उत्पन्न हुई सुनामी के कारण इंदिरा प्वाइंट का बड़ा भाग समुद्र में डूब गया था। इंदिरा प्वाइंट और इंडोनेशिया के बीच ग्रेट चैनल है। भारत की मुख्य भूमि का सबसे दक्षिण बिन्दु कन्याकुमारी (8*4' उत्तरी अक्षांश, तमिलनाडु) तथा सबसे उत्तरी बिन्दु इंदिरा कॉल (जम्मू-कश्मीर), सबसे पश्चिमी बिन्दु गौरमोता या गुहार मोती (गुजरात) तथा सबसे पूर्वी बिन्दु किबिथु (अरुणाचल प्रदेश) है। मिनिकॉय व लक्षद्वीप के मध्य 9” चैनल, मालदीव व मिनिकॉय के मध्य 8" चैनल तथा लिटिल अण्डमान और कार निकोबार के मध्य 10* चैनल स्थित है।
हिन्द महासागर का महत्व भारत हिन्द महासागर में केन्द्रीय अवस्थिति रखता है तथा यह एकमात्र देश है, जिसके नाम पर किसी महासागर का नाम पड़ा है। हिन्द महासागर भारत के लिए पर्याप्त भू-राजनीतिक, भू-सामरिक, आर्थिक व व्यापारिक महत्व रखता है। भारत की प्रादेशिक समुद्री सीमा या क्षेत्रीय. सागर तटीय आधार रेखा (coastal Base line ) से 12 समुद्री मील (नॉटिकल मील) की दूरी तक का क्षेत्र है। भारत को इस क्षेत्र में सभी प्रकार के संसाधनों के दोहन (Exploitation) का पूर्ण अधिकार प्राप्त है। आधार रेखा वस्तुतः टेढे-मेढे तट को मिलाने वाली कल्पित सीधी रेखा है। स्थलीय भाग एवं आधार रेखा के मध्य स्थित सागरीय जल को आंतरिक जल (इंटरनल वॉटर) कहते हें। अविच्छिन मंडल या संलग्न क्षेत्र
की दूरी प्रादेशिक समुद्री सीमा से 12 समुद्री मील तथा आधार रेखा से 24 समुद्री मील (1 समुद्री मील - 1.8 मील) आगे तक का क्षेत्र है। इस क्षेत्र में भारत को अप्रवासी कानून पर्यावरणीय स्वच्छता, सीमा शुल्क की वसूली के वित्तीय अधिकार तथा राजकोषीय अधिकार प्राप्त हें। अनन्य आर्थिक के (Exclusive Economik Zone) तटीय आधार रेखा से-200 समुद्री मील तक का क्षेत्र हे, जिसमें भारत को सागरीय जल शक्ति, सागरीय संसाधनों, जीवों का सर्वेक्षण, वैज्ञानिक अनुसंधान एवं प्राकृतिक संसाधानों का दोहन का अधिकार प्राप्त है। इस क्षेत्र के बाद उच्च सागर (high sea) का विस्तार है, जहाँ सभी राष्ट्रों को समान अधिकार प्राप्त हैं।
भारत देश में 28 राज्य और 8 केन्द्र शासित प्रदेश हैं। हमारे निकटतम पड़ोसी पाकिस्तान, अफगानिस्तान, चीन, नेपाल, भूटान, म्यांमार तथा बांग्लादेश हैं। नेपाल व भूटान, भारत व चीन के मध्य अंतस्थ राज्य (बफर स्टेट) हैं। श्रीलंका भी भारत का पड़ोसी देश है, जो हिन्द महासागर में पाक जलसंधि द्वारा भारत की मुख्य भूमि से पृथक् है। एडम्स ब्रिज तमिलनाडु एवं श्रीलंका के मध्य स्थित है। पम्बन द्वीप एडम्स ब्रिज का ही भाग है। पम्बन द्वीप पर ही रामेश्वरम् स्थित है। एडम्स ब्रिज के उत्तर में पाक की खाड़ी एवं दक्षिण में मनन्नार की खाड़ी स्थित है।
भारत - 28 राज्य और 8 केन्द्र शासित प्रदेश --
भारत -- कुछ important फैक्ट --
दोस्तों भारत से सम्बंधित ये कुछ महत्वपूर्ण तथ्य है जिन्हें आप याद रखे---
भारत की विशालता एवं विविधताएँ
हमारी मातृ भूमि बहुत विशाल तथा विस्तृत है। भारत में जितनी भोतिक, मानवीय तथा सांस्कृतिक विविधताएँ पाई जाती हैं, कदाचित विश्व में अन्यत्र दुर्लभ हैं। यहाँ नीतियों, धर्मों, रीतिरिवाजों, वेश-भूषा तथा खान-पान में भिन्नता मिलती है, लेकिन इनमें सर्वव्यापी एकता के दर्शन होते हैं। अनेकता में एकता भारतीय संस्कृति का विशेष आभूषण है। हमारे यहाँ बाहर से जितनी भी जातियों व प्रजातियाँ आईं, समय के साथ भारतीयता में समा गयीं और भारतीय संस्कृति को एक नया रूप देती रहीं। हमने अपनी संस्कृति में विदेशी संस्कृति को अपने रूप में ढाल कर विकसित किया। यही कारण है कि भारतीय संस्कृति समन्वयवादी रही है। भौतिक रचना, जलवायु , मिट्टी, जीव-जन्तु , कृषि, खनिज तथा उद्योगों की विविधता ने भारत में सामाजिक व सांस्कृतिक भूदृश्यों में विविधता ला दी हे लेकिन समस्त दृश्य एक समन्वित संस्कृति के सूत्र में बंधे हुए हैं।
भूगर्भिक दृष्टि से भारत प्राचीनतम से लेकर नवीनतम चट्टानों की संरचना रखने वाला देश है। धरावलीय दृष्टि से, जहाँ विश्व की ऊँची पर्वत श्रेणी रखता है तो समुद्र निर्मित मेदान भी हैं। भारत की सबसे ऊंची चोटी के? 8611 मीटर ऊंची है। चेन्नई के समीप भारत के औसत समुद्री तल को शून्य मीटर ऊंचा माना गया है । जलवायु की दृष्टि से यह उष्ण मानसूनी देश - है, लेकिन एक ही समय पर जलवायु में विविधता मिलती है । यहाँ पर टुंड्रा से लेकर भूमध्यरेखीय वनस्पति, विविध वन्य जीवन मिलता है। यह देश लगभग सभी महत्वपूर्ण व आधारभूत खनिज, लोह अयस्क, मैंग्नीज, अभ्रक, बाक्साइट रखता है। कोयला, पेट्रोल की यहाँ उपस्थिति हे। भूमिगत व भूतल जलसंसाधनों की प्रचुरता है। उष्ण कटिबन्ध से लेकर शीतोष्ण कटिबन्धों की फसलों का यहाँ उत्पादन होता है। कृषि निर्भर, खनिज निर्भर, वन निर्भर सभी प्रकार के उद्योगों का समुचित विकास हुआ है । यहाँ पर जनसंख्या का घनत्व कहीं बहुत अधिक तो कहीं बहुत कम है। यहाँ कई धर्मों व जाति के लोग पाए जाते हैं। मानव सभ्यता व संस्कृति, व्यापार व कला की दृष्टि से यह हमेशा विकसित देशों की श्रेणी में गिना जाता रहा है। लेकिन इन सब विभिन्नताओं के साथ भारत हमेशा एक समन्वयवादी देश के रूप में रहा है। यद्यपि भारत को निर्धन लोगों का देश कहा जाता" है लेकिन भारत एक समृद्ध देश है, जिसके पास संसाधनों की कमी नहीं हे। आज हम अपनी एक अरब से अधिक जनसंख्या . का अपने संसाधनों से भरण-पोषण कर रहे हैं ।!
भारत एक गणतन्त्र देश है। आज हमारे देश में 28 राज्य व केन्द्र-शासित प्रदेश हैं । सन् 2000 में तीन राज्यों उत्तरांखण्ड, झारखण्ड व छत्तीसगढ़ का उदय हुआ है। क्षेत्रफल की दृष्टि से राजस्थान 3,42,239 वर्ग किमी० क्षेत्र के साथ देश का सबसे बड़ा राज्य है। जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा राज्य हे। यहाँ की जनसंख्या लगभग 19.60 करोड़ अंकित की गई । देश का सबसे छोटा राज्य क्षेत्रफल की दृष्टि से गोआ (3702 वर्ग किमी०) व जनसंख्या की दृष्टि से सिक्किम (5.4 लाख) राज्य है ।