क्या होती है सकारात्मक सोच लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं
क्या होती है सकारात्मक सोच लेबलों वाले संदेश दिखाए जा रहे हैं. सभी संदेश दिखाएं

बुधवार, 7 फ़रवरी 2024

क्या होती है सकारात्मक सोच... छात्रों के लिए सकारात्मक सोच विकसित करने के जबर्दस्त उपाय। 2024 ।

 दोस्तों जब भी विचार व्यक्त करने की  या सोचने - समझने की बात होती है तब मनुष्य का नाम सबसे पहले लिया जाता है l क्युकी ईस्वर् ने अच्छा बुरा सोचकर फैंसला लेने की शक्ति मनुष्य को प्रधान की है l मनुष्य ही एक ऐसा प्राणी है जो positive विचारों के साथ अपना और दूसरो का कल्याण करने मे महती योगदान दे सकता है l सकारात्मक सोच एक इंसान को ऊर्जा देकर बेहतर जीवन जीने के लिए तयार करती है l soch के आधार पर मनुष्य को दो वर्गो मे विभाजीत् किया गया है l



           सकारात्मक रहिये... और बनाईये अपनी जिन्दगी

                                          खुशहाल।। 


1. सकरात्मक सोच वाले व्यक्ति l 

2. नकारात्मक सोच वाले व्यक्तिl

कई प्रशिक्षकों ने मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में आशावाद और सकारात्मक सोच की भूमिका पर ध्यान दिया है। यह हमेशा स्पष्ट नहीं होता कि पहले क्या होता है: उपलब्धि या ये लाभ। लेकिन चाहत बने रहने का कोई नकारात्मक अधिकारी नहीं है।


कुछ भौतिक वास्तुशिल्प में शामिल हो सकते हैं:


अधिकतम जीवन काल

दिल का दौरा पड़ने की संभावना कम

बेहतर शारीरिक स्वास्थ्य

सामान्य बीमारी जैसी बीमारी के प्रति अधिक जानने की क्षमता

निम्नांकित _

बेहतर तनाव प्रबंधन

बेहतर दर्द सहने की क्षमता

मानसिक संतुलन में शामिल हो सकते हैं:


अधिक

बेहतर समस्या-समाधान कौशल

स्पष्ट सोच

बेहतर मूड

सर्वोत्तम प्रतियोगिता कौशल

कम अवसाद

जब एक अध्ययन में लोगों को फ्लू और सामान्य फ्लू के संपर्क में लाया गया, तो सकारात्मक दृष्टिकोण वाले लोगों के बीमार होने की आशंका कम थी और उनके लक्षण भी कम दिखे।


एक अन्य अध्ययन के दौरान, जो महिलाएं अधिक आशावादी थीं, उनके कैंसर , हृदय रोग , स्ट्रोक , श्वसन रोग और संक्रमण से मृत्यु की संभावना कम थी।


एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग 50 वर्ष से अधिक आयु के थे, उनके बारे में अधिक सकारात्मक विचार थे, वे अधिक समय तक जीवित रहे। उनमें तनाव संबंधी सूजन भी कम थी , जो उनके विचार और स्वास्थ्य के बीच एक संबंध को प्रस्तुत करता है।


सकारात्मक दृष्टिकोण वाले लोगों के स्वस्थ जीवन शैली की संभावना अधिक हो सकती है क्योंकि उनके निकट भविष्य के बारे में आशावादी दृष्टिकोण अधिक होता है। लेकिन बेरोजगार ने इसे ध्यान में रखा, और Skaratmak नजरिये वाले लोगों के वयक्तितव मे कुछ ऐसी खासियते होती हैं, जिसकी वजह से उन्हें आसानी से पहचाना जा सकता है l ऐसे लोग दूसरो का खयाल रखने वाले, आत्मविस्वासि, विनम्र, प्रगति सील, और खुशनुमा सुवभाव के धनी होते हैं l  

इसके विपरीत नकारात्मक सोच वाले व्यक्ति स्यम के लिए ही सबसे बड़ी भाधा बन जाते हैं l ऐसे इंसान के लिए काम, धंधा, दोस्ती, संबन्धी, व्यवसाय सब कुछ बोझ बन जाता है l नकारात्मक सोच वाले लोगों की जिन्दगी बेमकसद बन जाती है  और आक्सर सेहत ख़राब रहती है l 

अगर आप सकारात्मक नजरिया बनाना चाहते है और कायम रखना चाहते है तो आपको ईमान दारी के साथ ये कदम उठाने चाहिये-----


1. अपनी सोच बदले ----


हमे हमारे, दूसरो के, और अपने आस पास के माहौल मेa अच्छी बातों को खोजना पड़ेगा l सकारात्मक पहलू पर ध्यान देना होगा l किसी इंसान या घटना के बुरे पहलुओ की आपेक्सा अच्छे पहलुओ पर ध्यान देना होगा l हम लम्बे समय नकारात्मक भूमिका के कारण हर बात मे कमिया ढूंढने के आदी हो जाते है l और घटना का साफ सुथरा हिस्सा हमे नजर नहीं आता l कुछ लोग हर काम मे कमियाँ ढूडते है l aapne अपने आस पास, मित्र मंडली मे ऐसे लोगों को जरूर देखा होगाl en की सबसे बड़ी खासियत होती है हर काम मे नुक्स निकालना l उन्हें सब कुछ बुरा ही नज़र आता है, सारी दुनिया में दोष ढुंढना ही इन जनाब का मुख्य कार्य है l  ये चारों तरफ मयूसि फैलाते है l हर किसी को सक भरी नजरों से देखते है l ये पेसेवर आलोचक होते है l  दोस्तो अब आप ही तय करो कि आप को ईतनी निम्न स्तर की सोच के साथ जिन्दगी बितानी है...?? नहीं ना! .. तो फिर अभी तय करो सकारात्मक बदलाव के साथ जीवन जीने का l 

2. आसावादी बने ---


हमेशा उम्मीदों को जिंदा रखें | इतने मजबूत बने कि कोई आपके मन की शान्ति भंग ना कर पाए | जिससे मिलें मुस्कुरा कर मिलें उस से सेहत तरक्की खुशहाली के बारे में बात करें | उन्हें एहसास कराएं कि हम उनकी खूबियों की कद्र करते हैं | हर आदमी का मुस्कुरा कर स्वागत करें| खुद को कामयाब बनाने में इतना डूब जाएं कि दूसरों की आलोचनाओ के लिए वक़्त ही नहीं रहे | हर प्रकार की चिंता से मुक्त रहे |

3. काम को टाले नहीं ---- 


हम सभी जिंदगी मे कभी ना कभी टालमटोल वाला रवैया अपनाते हैं| ऐसा मैंने भी किया है जिसके लिए मे आज तक पछतावा मेहसूस करता हूँ| कार्य समय पर पूरा होने से न केवल हमारी सोच सकारात्मक होती है बल्कि हौसला भी बड़ता है| जबकि टालमटोल वालि प्रव्रती हमारा हौसला पस्त कर देती है| हमे अगर अपनी सोच सकारात्मक रखनी है तो आज मे जीते हुए हर काम को समय पर समाप्त करने की आदत डालनी होगी|

मुझे बेंजामिन फ्रैंकलिंन का ये कथन याद आ रहा है- "जो काम आप आज कर सकते हैं उसे कभी भी कल पर न डालें "

जो लोग कहते हैं कि इस काम को मे कल से शुरू करूँगा तो यह तय मान लीजिए कि वह उस काम को कभी नहीं करेंगे|इसलिए जो काम शुरू करना है उसे आज से ही शुरू कर दें| इस से आपका नजरिया सकारात्मक होगा|

4. दिन की शुरुआत अच्छे कार्य से करें --- 


सुबह के वक़्त कोई अच्छी चीज पढ़े या फिर मन को भाने वाला भजन या संगीत सुनें इस से दिन भर के लिए एक अच्छा दिमागी माहौल तैयार होगा | अच्छे विचार और व्यवहार को अपनी जिन्दगी का हिस्सा बनाना होगा | खुद में बदलाव लाने के लिए हमे बेहतर ढंग से प्रयास करने चाहियें|

5. दिमाग को शुद्ध विचारों की खुराक दें ---


जिस प्रकार हम अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अच्छा भोजन लेते हैं उसी प्रकार दिमाग को भी अच्छे विचारों की खुराक देना जरूरी है| अच्छे विचार हमारे नजरिये को सकारात्मक बनाते हैं|हम अपने दिमाग को नकारात्मक और सडे गले विचारों का भोजन प्रदान करेंगे तो हमारा दिमाग निश्चित् रूप से बीमार पड़ जाएगा|दिमाग को रोज शुद्ध और उच्च विचारों की खुराक दें । 


कैसे एक शिक्षक छात्रों को सकारात्मक प्रेरणा दे----


हास्य और सकारात्मक सुदृढीकरण का उपयोग करना

कॉमिक क्लास में एक आरामदायक और सकारात्मक मॉन्स्टर बनाया जा सकता है, जो छात्रों की मदद और प्रेरणा में सुधार कर सकता है। जो शिक्षक हास्य के तरीकों का उपयोग करते हैं, वे अपने छात्रों के साथ संबंध बनाने और भावना पैदा करने में भी मदद कर सकते हैं।


सकारात्मक सुदृढीकरण एक और रणनीति है जो सकारात्मक छात्र-शिक्षक संबंध को प्रभावशाली बना सकती है। छात्रों को उनके दस्तावेज़ों के लिए प्रशंसा और सुझाव देकर, शिक्षक उनके प्रोत्साहन में मदद कर सकते हैं और उन्हें अच्छा प्रदर्शन जारी रखने के लिए प्रेरित कर सकते हैं। सकारात्मक सुदृढीकरण कई रूप में हो सकता है, जैसे कि मस्कुलर प्रशंसा, लिखित प्रतिक्रिया, या छोटे पुरस्कार, जैसे स्टिकर या प्रमाण पत्र।


सकारात्मक व्यवहार और मार्केटप्लेस का प्रतिरूपण

जो शिक्षक सकारात्मक खरीदारी और व्यवहार का प्रदर्शन करते हैं, वे अपने छात्रों के लिए रोल मॉडल के रूप में काम करते हैं और उन्हें बढ़ावा देने के लिए उनका पालन-पोषण करते हैं। इसमें सभी विद्यार्थियों के प्रति-पूज्य, धैर्यवान, माननीय और नेता शामिल हैं, साथ ही कक्षा में समुदाय और समग्रता की भावना को बढ़ावा देना भी शामिल है।


जब शिक्षक सकारात्मक व्यवहार और बैंकनोट का मॉडल बिकते हैं, तो वे एक सुरक्षित और सहायक शिक्षण माहौल बनाते हैं जहां छात्र मूल्यवान और प्रतिष्ठित महसूस करते हैं। उन्होंने यह भी दर्शाया है कि उन्होंने अपने छात्रों की सफलता और निवेश में निवेश किया है, जो विश्वास स्थापित करने और मजबूत संतुलन बनाने में मदद करता है।


अपने छात्रों को परिचय देना, सहानुभूति व्यक्त करना, छात्रों की आवाज़ और पसंद को पेशेवर बनाना, नियमित प्रतिक्रिया और प्रशंसा प्रदान करना, एक सुरक्षित और समावेशी कक्षा वातावरण बनाना, स्थिरता और विश्वसनीयता के माध्यम से विश्वास का निर्माण करना, छात्रों के साथ सीखने के उद्देश्य सहयोग करने से, उनके प्रति वास्तविक रुचि को जीवन और रुचियों से चित्रित करके, हास्य और सकारात्मक सुदृढीकरण का उपयोग करके, और सकारात्मक व्यवहार और अनुयायियों का उपयोग करके, शिक्षक अपने छात्रों के साथ मजबूत संबंध स्थापित कर सकते हैं।


इन विद्वानों से अकादमिक प्रदर्शन में सुधार, प्रेरणा और कल्याण में वृद्धि और बेहतर छात्र हो सकते हैं। सकारात्मक शिक्षक-छात्र भर्ती को बढ़ावा देने के लिए, शिक्षक छात्रों को कक्षाओं के अंदर और बाहर

Concluesion ( निष्कर्ष) :--------

हमारा पूरा जीवन हमारी सकारात्मक सोच पर टिका हुआ है l हमारे अच्छे विचार ही हमारे सफल जीवन का निर्मांड् करते है l सकारात्मक सोच एक मानसिक और भावात्मक द्राठीकोन् है जो सुवस्थ मानसिक स्थिति प्रदान करता है l  सकारात्मक सोच खुश हाल जीवन का मूलमंत्र है l 


K. S. Ligree  ( स्वतंत्र पत्रकार) 

Webebsite-- prernadayari.blogspot.com

ब्लॉग नाम -- प्रेरणा डायरी।