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रविवार, 17 मार्च 2024

बोर्ड एग्जाम 2024, कैसे करें भूगोल विषय कि तैयारी..?


 प्रेरणा डायरी।

Tudawali, rajasthan india

22/02/2024


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दोस्तों नमस्कार। बोर्ड परीक्षा में अब कुछ ही हफ्ते शेष बचे हैं। सीबीएसई बोर्ड परीक्षा की 12वीं क्लास में भूगोल विषय का एक पेपर होता है।  भूगोल काफी रोचक सूचना प्रदान और आनंददायक विषय है। भूगोल में आप थोड़ा सा ध्यान देकर अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं। आज के आर्टिकल में मैं आपको कुछ ऐसे टिप्स बताने जा रहा हूं जो भूगोल विषय में आपको अच्छे अंक दिलाने में कारगर साबित होंगे। भूगोल विषय में मैप और डायग्राम का सबसे अधिक महत्व होता है। इस विषय में आंकड़ों का प्रयोग भी अधिक करना चाहिए।

 मैप बनाने की प्रैक्टिस करें --

 भूगोल एक ऐसा विषय है जिसे बेहतर ढंग से समझने के लिए नक्शे ( मैप ) का बड़ा महत्व है। भूगोल विषय में प्रश्नों के उत्तर देते समय नशे का प्रयोग अवश्य करना चाहिए इससे अच्छे अंक प्राप्त होते हैं और उत्तर प्रभावी बनता है। जैसे --  मान लेते हैं कि आपके एग्जाम में एक सवाल आया और वह सवाल है कि -- "भारत के प्रमुख लोह उत्पादक क्षेत्र और उनके राज्यों के नाम बताइए..?

 अब इस प्रश्न का उत्तर देते समय आप भारत के प्रमुख लोह उत्पादक क्षेत्र और राज्यों के नाम अपने आंसर में लिखें साथ ही साथ आप भारत का एक कच्चा मानचित्र बनाकर उसमें लोह उत्पादक क्षेत्र और उनके राज्यों का नाम भी दर्शा दीजिए, यदि आप मानचित्र बनाकर इस प्रकार से प्रश्न का उत्तर देंगे तो यह उत्तर बहुत ही प्रभावी होगा और एग्जामिनर पर इसका सकारात्मक असर होगा।  आप अच्छा परिणाम और अच्छे अंक हासिल कर सकेंगे। इसी प्रकार भूगोल विषय में अनेक प्रश्न ऐसे होते हैं जिनके उत्तर में मानचित्रो और आंकड़ों का प्रयोग किया जाना चाहिए।

 स्टूडेंट को भारत और विश्व का नक्शा बनाने पर फोकस करना चाहिए भूगोल के पेपर में अच्छे नंबर लाने के लिए मैप को समझना बेहद जरूरी है क्योंकि वैसे भी भूगोल में पांच पांच नंबर के दो प्रश्न मैप से ही आते हैं। इसके लिए आप पुराने एग्जाम में आए हुए मैप के प्रश्नों को सॉल्व करें रब कॉपी में मैप बनाकर प्रश्नों का उत्तर देना सीखें

 उत्तर देते समय आंकड़ों का प्रयोग जरूर करें ---

 भूगोल एक ऐसा विषय है जिसमें विभिन्न उत्पादन से संबंधित आंकड़ों का प्रयोग अधिक होता है। भूगोल विषय में आंकड़ों का प्रयोग करने पर अच्छे अंक प्राप्त होते हैं। इस विषय में आंकड़ों का महत्व भी अधिक होता है उत्तर लिखते समय आंकड़ों का प्रयोग करने से उत्तर में जान आ जाती है और उत्तर बेहद प्रभाव पूर्ण हो जाता है.

 जैसे -- आपके एग्जाम में यदि प्रश्न आता है कि भारत के गेहूं उत्पादक राज्यों का उल्लेख कीजिए...?

 अब इस प्रश्न का उत्तर देते समय आपको गेहूं उत्पादक राज्य का उल्लेख तो करना ही है साथ ही साथ आप प्रमुख गेहूं उत्पादक राज्य जैसे उत्तर प्रदेश पंजाब हरियाणा के उत्पादन संबंधी कुछ आंकड़े भी अपने उत्तर में लिखते हैं तो निश्चित रूप से आपका उत्तर अधिक प्रभावशाली और अधिक अंक दी होगा। अतः भूगोल विषय मानचित्र और आंकड़ों के प्रयोग से अच्छे अंक दिला सकता है। भूगोल में आंकड़ों के साथ आप तारीखों को भी याद कीजिए। 


 विषय को समझना जरूरी ---

 भूगोल विषय में आपको मानचित्रो, आंकड़ों, और महत्वपूर्ण तारीखों को याद रखना जरूरी होता है। इसलिए इस विषय में कुछ आंसर ऐसे होते हैं जो बड़े हो सकते हैं। ऐसे में उत्तर को याद रखना थोड़ा मुश्किल होता है, ऐसे में उत्तर याद रखने का सबसे अच्छा तरीका है कि आप विषय को समझने का प्रयास करें एक बार विषय को समझने के बाद परीक्षा में उत्तर देना काफी आसान हो जाता है तैयारी का यही सबसे अच्छा तरीका है।

 दूसरों को समझा कर उत्तर याद करें ---

 कुछ ऐसे प्रश्न जिनके उत्तर बड़े होते हैं और जिम मानचित्र और आंकड़ों का अधिक प्रयोग करना होता है ऐसे प्रश्नों को याद करने का सबसे सर्वोत्तम तरीका यही है कि आप घर पर अपने छोटे या बड़े भाई बहन को या परिवार के किसी सदस्य को एक या दो बार अपने उत्तरों को बोल-बोलकर समझाएं ऐसा करने से आपके प्रश्नों के उत्तर कंठस्थ हो जाएंगे और आप परीक्षा में बेहतरीन ढंग से पेपर हल कर सकेंगे यह एक अच्छा तरीका हो सकता है।

 पेपर देखकर ने हो पैनिक --

 जियोग्राफी का पेपर कई बार लेंथी और अप्लाइड किस्म का होता है जिसे देखकर छात्र घबरा जाते हैं और गलती कर बैठते हैं। पेपर देखकर पैनिक होने की जरूरत नहीं है बोर्ड परीक्षा में छात्रों को पेपर पढ़ने के लिए 15 मिनट का समय दिया जाता है। इस समय का सदुपयोग करें 15 मिनट में पूरा प्रश्न पत्र पढ़ने के बाद, जो प्रश्न आपको अच्छे से आते हैं पहले उन्हें हल करें। सबसे पहले आप बड़े प्रश्नों के उत्तर भी लिख सकते हैं।

 चार्ट बनाएं --

 एसएससी चैप्टर जो समझने में कठिन है उन्हें फ्लो चार्ट डायग्राम और टेबल की फॉर्म में लिखें जिससे लंबे समय तक उन्हें याद रखा जा सके। चैप्टर को कई बार अच्छी तरह से पढ़ें और सभी टॉपिक का माइंड मैप में बनाएं। साथ ही उत्तर में आने वाली जरूरी बातों को अंडरलाइन करें एग्जामिनर का ध्यान आकर्षित करने के लिए महत्वपूर्ण शब्दों को बड़े अक्षरों में लिख सकते हैं। उत्तर में चार्ट और डायग्राम जरूर बनाएं आपका उत्तर जितना सीधा और सटीक होगा आपको उतने ही अच्छे नंबर मिलेंगे। उत्तर में जितने हेडिंग, सब हैडिंग होंगे उत्तर उतना ही अट्रैक्टिव होगा।

 परीक्षा में कोई प्रश्न नहीं छोड़े ---

 परीक्षा में कोई भी प्रश्न नहीं छोड़ना चाहिए, जो भी प्रश्न किया गया है उस विषय के बारे में जो कुछ भी जानते हैं उसे मुख्य बिंदुओं का उपयोग करते हुए उचित तरीके से लिखें। हवा आप पूछे गए प्रश्न के उत्तर से अनभिज्ञ हैं तो अपने उत्तर में उससे संबंधित कुछ इंपॉर्टेंट लाइनों को उचित तरीके से लिख सकते हैं। प्रश्न को छोड़ने से अच्छा यही होगा। प्रश्न चाहे तीन अंक का हो या 6 अंक का उसका उत्तर टू द पॉइंट लिखें। ज्यादा पेज भरने से कोई फायदा नहीं होगा। गलत जानकारी लिखने से नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। उत्तर में जहां भी जरूरत पड़े उदाहरण के साथ समझाएं।

 मुख बिंदुओं को हाइलाइट करें ---

 दोस्तों बड़े प्रश्नों के उत्तर देते समय मुख्य मुख्य बिंदुओं को हाईलाइट करते चलें। अपने उत्तर में लिखी जा रही अत्यंत महत्वपूर्ण बातों को अंडरलाइन करें। कॉफी जचने वाले एग्जामिनर का ध्यान सीधे आपके अंडरलाइन और हाईलाइट किए हुए प्वाइंटों पर जाता है और यदि वह अच्छे से अपने लिखे हैं तो निश्चित रूप से जांच करता पर एक अच्छा प्रभाव पड़ता है और आप अच्छे अंक प्राप्त करने की और अग्रसर होते हैं।

 जवाब सरल और स्पष्ट भाषा में लिखें ---

 भूगोल के पेपर में आंसर लिखते समय की पॉइंट को मार्ग अवश्य करें इस विषय का पेपर ज्यादा बड़ा नहीं होता इसलिए आंसर टुडे पॉइंट लिखे ज्यादा पेज भरने के चक्कर में बिल्कुल ने पड़े व्यर्थ के पेज भरने से अच्छे अंक प्राप्त नहीं होते। भूगोल में उत्तर तथ्यात्मक होनी चाहिए। परीक्षा में उत्तर लिखते समय फालतू की जानकारियां लिखने से बचें जवाब सरल और स्पष्ट भाषा में लिखें प्रश्न में पूछे गए सभी बिंदुओं को शामिल करें। कई बार सवाल में पूछा गया कुछ होता है और हम उत्तर में कुछ और लिखते हैं उत्तर केवल टू द पॉइंट लिखें।

 समय का ध्यान जरूर रखें ---

 एग्जाम के दिन जो पेपर हमारे हाथ में आता है तो प्रश्नों के उत्तर लिखने में हम इतने मशहूर हो जाते हैं कि हमें समय का ही ध्यान नहीं रहता और कई प्रश्नों के उत्तर देने में हम अधिक समय लगा देते हैं परिणाम स्वरूप कई ऐसे प्रश्न जिनकी उत्तर हमें बहुत अच्छे से मालूम होते हैं लेकिन समय के अभाव के कारण वह छूट जाते हैं। दोस्तों एग्जाम से पहले ही अपने घर पर पुराने पेपर और एमसीसी हल करने की प्रैक्टिस जरूर करें ताकि ऐसी गलती ना हो। एग्जाम में आते हुए प्रश्नों का छूट जाना आपके लिए बेहद नुकसानदायक हो सकता है। आते समय का ध्यान रखें सभी प्रश्नों को टच करें जो प्रश्न आपको आते हैं जिनके उत्तर आपको अच्छे से मालूम है ऐसे प्रश्नों को पहले हल करें। प्रिया सी करें कि कोई भी प्रश्न समय की कमी के कारण छूटना नहीं चाहिए।

 लॉन्ग आंसर को पॉइंट में लिखें ---


 लॉन्ग आंसर को हमेशा पॉइंट में लिखने का प्रयास करें। ऐसा नहीं करने पर हो सकता है आपके अंक कट जाएं। प्वाइंटों को अंडरलाइन भी करें ताकि एग्जामिनर आपके लिखे हुए प्वाइंटों को सीधे तौर पर पढ़ सके। पॉइंट लिखकर उत्तर देने पर आपके पूरे अंक मिलने की संभावना रहती है, कुछ प्रश्नों के उत्तर सब पॉइंट में भी लिखनी चाहिए क्योंकि जितना अच्छा आपका प्रेजेंटेशन होगा उतने ही अच्छे आपको मार्क्स मिलेंगे।

 टॉपिक को लिखकर याद करें ---

 किसी भी टॉपिक यह उत्तर को याद करने का सबसे अच्छा तरीका है कि हम एक बार बुक से पढ़ने के बाद उसे उत्तर को बिना देखे अपने कॉपी में लिखें। ऐसा करने से आपकी लिखने की स्किल भी डेवलप होगी और आपको उत्तर आसानी से याद होगा इसके बाद आप इस उत्तर को भूलेंगे नहीं। आप ऐसी चीजों को जो टू है और न्यूमेरिकल जैसी है अथवा मानचित्र और आंकड़ों के प्रयोग वाली है उन्हें हमेशा लिखकर याद करें। इस आदत का एक सबसे बड़ा फायदा यह भी है कि आपका ज्ञान तो इंक्रीज होता ही है साथ हिसाब आपकी उत्तर देने की क्षमता विकसित होती है। आपकी लेखन क्षमता विकसित होती है, परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने के लिए लेखन शैली अच्छी होना भी बेहद जरूरी होता है। आप जितनी अच्छी और प्रभावी भाषा में अपना उत्तर लिखेंगे उतने ही अच्छे अंक आपको प्राप्त होंगे। भूगोल एक ऐसा विषय है जिसमें अनावश्यक बातों को ने लिख करके अपने उत्तर में आवश्यक एवं प्रभावी बातों को ही लिखें।

 MCQ जरूर हल करें ---

 सीबीएसई बोर्ड में एनसीईआरटी कि किताबों से प्रश्न आते हैं इनमें 20 नंबर के एमसीक्यू होते हैं जिनके लिए आपको किताबों पर फोकस करना चाहिए किताबों में दिए गए छोटे बॉक्स और फोटो के नीचे दिए गए कैप्शन को अच्छे से पढ़ें एमसीक्यू सही तरीके से हल करने के लिए चार ऑप्शन में से उन दो ऑप्शन को हटाए जो आपको सही नहीं लग रहे हैं बच्चे दो ऑप्शन से सही आंसर तलाश में मदद मिलेगी। पुराने बोर्ड के एग्जाम में आए हुए सभी एमसीक्यू को हल करें और उन्हें याद कर लें बहुत से क्वेश्चन रिपीट भी होते हैं।

 चिंतन करें चिंता नहीं ---


 परीक्षाओं में डर पैदा होना एक आम बात है। लेकिन यह दर हमारे ऊपर हावी नहीं होना चाहिए। छात्रों के मन में सबसे बड़ा दरिया होता है कि अब आगे ने जाने क्या होने वाला है। इसे "फीवर ऑफ आन्नान" कहते हैं। यानी अनजाना डर। परीक्षा के समय चिंतन मनन अच्छी बात है लेकिन इस चिंतन को चिंता ने बनने दें परीक्षा के समय गंभीर देखना फैशन सा बन गया है इसका कोई लाभ नहीं होता आप मस्त रहें हंसते मुस्कुराते रहे, गंभीर देखकर आप सहानुभूति प्राप्त कर सकते हैं सफलता नहीं।

 खुद की देखभाल करना जरूरी ---

 शोध बताते हैं कि हमें खुद के साथ भी वैसा ही व्यवहार करना चाहिए जैसा अच्छा व्यवहार हम अपने अच्छे दोस्तों और मित्रों के साथ करते हैं। खुद से प्रेम करने से हमें संतुष्टि मिलती है, हर काम अच्छे से होता है और काम के प्रति उत्सुकता बढ़ जाती है। खुद की देखभाल करने से हमारी सोच सकारात्मक बनती है और मन में सकारात्मक विचार उत्पन्न होते हैं जो हर कार्य में हमारी मदद करते हैं खुद के प्रति सहानुभूति रखने भावनात्मक रूप से हमें मजबूत बनाता है। जब हमारी लाइफ में सब कुछ अच्छा चल रहा हो तब भी खुद की देखभाल करना जरूरी है परीक्षा के दिनों में खुद की देखभाल जरूर करें और मस्त रहें मुस्कुराते रहें। व्यस्त की बातों को लेकर तनाव ग्रस्त ना हो यह आपकी परीक्षा पर प्रतिकूल असर डालता है।

 कुछ बदलाव करते रहिए  ---

 दोस्तों एक बात हमने खूब पड़ी है कहते हैं कि परिवर्तन ही सृष्टि का नियम है। प्रगति तब तक संभव नहीं होती जब तक कि आप कुछ ना कुछ परिवर्तन ना करें। आपको अपनी कुछ पुरानी आदतों को बदलना होगा और कुछ नई आदतों को अपना ना होगा कार्य करने के नए तरीके खोजने रहे इसके बड़े फायदे होंगे। आप अच्छी नौकरी और अच्छा रोजगार प्राप्त कर सकते हैं आप अपना व्यक्तिगत विकास कर सकते हैं आप नेतृत्व की दिशा में आगे बढ़ने के लिए तैयार हो सकते हैं।