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रविवार, 24 दिसंबर 2023

लैंग्वेज एक्सपर्ट बनकर सवारें अपना भविश्य।

Tudawali, राजस्थान। 
16/12/2023

नमस्कार दोस्तों। 
प्रेरणा डायरी कि आज की post में आप सभी का हार्दिक अभिनंदन है। 


बतोर लेंग्वेज एक्सपर्ट कैंडिडेट अपने करियर की शुरुआत एक इंटरप्रेटर, वेज ट्रांसलेटर या लैंग्वेज एक्सपर्ट के तौर भी पर कर सकते हैं। पिछले  कुछ समय में चुनिंदा भाषाओं का दायरा बढ़ा है। इसकी एक बड़ी वजह है विदेश में जाकर नौकरी करने वाली संख्या में  इजाफा होना। इसके लिए वो खुद को तैयार कर रहे हैं। विदेश जाने लिए अब सिर्फ अंग्रेजी पहली प्राथमिकता नहीं है। इसकी जगह स्पेनिश के साथ दूसरी भाषा  ले रही है। कंपनियां ऐसे वें उनको मौके दे रही हैं, जिन्हे एक से अधिक भाषाओं का ज्ञान है। यह डिमांड सीधे तौर पर  लैंग्वेज एक्सपर्ट्स के लिए वरदाक  साबित हो रही हैं। इसे आप दो तरह से समझ सकते हैं। पहला, अतिरिक्त लैंग्वेज  'सीखकर आप अपनी स्किल में  इजाफा कर सकते हैं। इसके साथ ही ता आप लैंग्वेज एक्सपर्ट बनकर भी नौकरी कर सकते हैं। लैंग्वेज  एक्सपर्ट की डिमांड सिर्फ देश में ही नहीं विदेश में भी है। ट्रेंड को समझेंगे तो पाएंगे कि अब कंपनिया, इसमें सीधे तौर पर रुचि ले रही है। और यूथ इसकी तैयारी में रुचि ले रहे हैं। ऐसे में लैंग्वेज एक्सपर्ट बनकर अपना कैरियर संवार सकते हैं। जानिए, कैसे लैंग्वेज एक्सपर्ट बनें और अपने कैरियर को उड़ान दें --

क्या लैंगुवेज एक्सपर्ट का अच्छा फ्यूचर है..?

आज के आधुनिक युग में तेजी से बदलाव की ओर विस्तार हो रहा है। बहुत से नए इलाकों में नोकरी की नई दुर्लभताएं भी बढ़ती जा रही हैं। उन्ही दुर्लभों में से एक है विदेशी भाषा में करियर  ( Career inविदेशी भाषा में हिंदी )। बहुत से छात्र यही सोचते हैं कि विदेशी भाषा में कैरियर कैसे सुनिश्चित करें ताकि आने वाला उनका भविष्य उज्ज्वल बन सके। कुछ लोगों को विदेशी भाषा सीखने में काफी रुचि होती है, लेकिन सही से पता नहीं चलता कि वे विदेशी भाषा सीखेंगे क्या। तो यह पोस्ट उन लोगो या छात्रों के लिए अद्भुत साबित होगी जो विदेशी भाषा में रचनात्मकता बनाना चाहते हैं।

आज ज्यादातर बच्चे इंजीनियर, डॉक्टर बने या फिर आईटी ओर मैनेजमेंट जैसे सेक्टरों में सबसे ज्यादा रुचि रखते हैं। लेकिन इन सेक्टरों में अब नौकरियों की संख्या कम हो रही है और सैलरी भी कुछ खास नहीं। लेकिन विदेशी भाषा में बहुत सी नौकरियाँ मिल सकती हैं क्योंकि इस तरफ किसी का ज्यादा ध्यान नहीं जाता है विदेशी भाषा सीख कर आप अपना भविष्य अच्छा बना सकते हैं। तो आइए

विदेशी भाषा सीखते हैं तो आप उस भाषा के व्याकरण का ज्ञान और सीखने के साथ दुनिया के उस हिस्से के इतिहास और संस्कृति से भी जुड़े होते हैं। जब आप कोई नई भाषा सीखते हैं तो दुनिया को देखने के लिए एक बिल्कुल नया स्वरूप आपके सामने आता है। नई भाषा: ग्लोबल सोसाइटी को देखने के लिए यहां क्लिक करें।

भारत दिवस प्रतिदिन विकसित हो रहा है जिससे वैश्वीकरण और खुली अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिल रहा है और बहुत सी बहुराष्ट्रीय कंपनियाँ अपने व्यापार के लिए दूसरे देशों में अपने कार्यालय या कारखाने खोल रही हैं। मेक इन इंडिया ने इसे खूब बढ़ावा दिया है।

Business का जमाना है और दुनिया काफी छोटी हो गई है. सारे देश एक दूसरे के साथ बिजनेस कर रहे हैं. हर देश दूसरे देश को एक बाजार के तौर पर देख रहा है. ऐसे में सभी

देश एक दूसरे के साथ अच्छे संबंध बनाने में लगे हुए हैं. अब जब एक देश दूसरे के साथ आएगा तो फॉरेन लैंग्वेज एक्सपर्ट (Foreign language Expert) की जरूरत तो पडे़गी ही. जैसे-जैसे देश दुनिया के दूसरों कोनों में बाजार बनाने की कोशिश कर रहे हैं वैसे वैसे इस प्रोफेशन की मांग भी बढ़ती जा रही है.
वहीं फॉरेन लैंग्वेज सीखने वाले युवाओं की संख्याज लगातार बढ़ रही है. आजकल युवाओं में भी ट्रेंड है कि वो एक से ज्यादा लैंग्वेज की जानकारी रखते हैं क्योंकि आज के युवा जानते हैं कि अगर उन्हें अच्छी कंपनी में जॉब करनी है तो खुद को और अधिक बेहतर बनाने और एक से अधिक लैंग्वेज की जानकारी भी होनी चाहिए.

युवा हिन्दी, अंग्रेजी के साथ-साथ अपनी कमांड जर्मन, स्पेनिश, फ्रैंच, कोरियन,चायनीज, जैपनीज, पर्शियन समेत तमाम विदेशी भाषाओं में अपना नॉलेज बना रहे हैं, ताकि उनकी तरक्की की राहें आसान हो सकें.

वहीं भारत में भी पिछले कुछ सालों में फॉरेन लैंग्वेज कोर्सेस करवाने वाले संस्थानों में भी वृद्धि हुई है, इन इंस्टीट्यूट के माध्यम से छात्र किसी भी फॉरेन लैंग्वेज में सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या फिर डिग्री कोर्सेस कर सकते हैं.

इस फील्ड में अपना करियर बनाने के लिए कुछ बेसिक स्किल्स कि जरूरत होती है, जो मैं आपको बता रहा हुँ।आप ध्यान पूर्वक इन्हें पढ़े ---

  • कम्यूनिकेशन स्किल्स- आपमें कम्यूनिकेशन स्किल्स का होना बहुत ही जरुरी है क्योंकि बिना कम्यूनिकेशन स्किल्स के इस फील्ड में काम कर पाना काफी कठिन होगा.
  • गुड सेंस ऑफ ह्यूमर- आपके में गुड सेंस ऑफ ह्यूमर भी होना चाहिए क्योंकि इससे आप लोगों को अपने बात में बांध सकेंगे और ज्यादा फायदा निकाल पाएंगे.
  • क्रिएटिविटी- क्रिएटिविटी भी इस फील्ड में काम करने वालों के लिए बहुत ही जरुरी चीज है.
  • सीखने का अप्रोच- आपमें सीखने की ललक हमेशा होनी चाहिए क्योंकि आप जितना सीखते जाएंगे उतना ही आपके आगे बढ़ने के चांसेस बढ़ेंगे.
  • टीमवर्क में काम करना- आपको अपने में एक ऐसा इंसान डेवेलप करना होगा जो कि टीम के लिए काम कर सके.
  • पॉजीटिव एटीट्यूड- इस फील्ड में काम करने के लिए आपमें पॉजीटिव एटीट्यड का होना बहुत ही जरुरी है. ताकि आप इस फील्ड में लंबी पारी खेल सकें.


Educational Qualification to enroll in Foreign language course- किसी भी मान्यता प्राप्त संस्थान से 12वीं पास करने के बाद आप फॉरेन लैंग्वेज सर्टिफिकेट, डिप्लोमा या डिग्री कोर्सेस में एडमिशन सकते हैं. वहीं फॉरेन लैंग्वेज में पोस्ट ग्रेजुएट और मास्टर डिग्री कोर्सेस के लिए किसी भी स्ट्रीम से ग्रेजुएशन की डिग्री होना जरूरी है. वहीं पोस्ट ग्रेजुएशन और मास्टर डिग्री के बाद भी फॉरेन लैंग्वेज में डिप्लोमा, डिग्री, और एडवांस डिप्लोमा कोर्सेस किए जा सकते हैं. साथ ही आप इसमें मास्टर्स करने के बाद पीएच.डी भी कर सकते हैं.

कौन-कौन से कोर्स हैं अवेलेबल (available courses in Foreign language)
Gradaute/Postgraduate programmes
Foreign language diploma courses
Foreign language advanced diploma courses
Foreign language certificate course
Ph.D Course in foreign language course


कहां मिलते हैं मौके (Chances after completing course)

 

Foreign language teacher- कोर्स करने के बाद आपको टीचिंग में भी करियर की अपार संभावनाएं हैं. आप सीखे हुए लैंग्वेज को पढ़ा कर भी अच्छी कमाई कर सकते हैं.
Translator- कोर्स करने के बाद आप ट्रांसलेटर की तरह भी जॉब कर सकते हैं.
Multinational company- मल्टीनेशनल कंपनियों में एक से ज्यादा लैंग्वेज जानने वालों की जरूरत होती है और उन्हें प्राथमिकता भी दी जाती है.
Tourist Guide- लैंग्वेज सीखने के बाद आप टूरिस्ट गाईड का भी काम कर सकते हैं.
Organization- आपको किसी बड़े ऑर्गनाइजेशन में काम करने का भी मौका मिल सकता है जैसे- UNICEF, world Bank, WHO etc.
jobs in Embassy- आपको रिलेटड एमबेसी में भी काम करने का मौका मिल सकता है जहां काफी अच्छा पैसा मिल सकता है.

    

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Salary- इन लैंग्वेज कोर्स को करने के बाद किसी भी कंपनी में कम से कम 15 से 18 हजार रुपये में काम मिल ही जाता है. इसके अलावा अगर आपने फ्रीलांस ट्रांसलेशन वगैरह का काम करना शुरु कर दिया तो वो पैसे आपके पास एक्स्ट्रा होंगे. इसी के साथ आप टीचिंग में भी अच्छा कमा सकते हैं.

इन इंस्टीट्यूट से करें फॉरेन लैंग्वेज कोर्सेस – Best Institute for Foreign Language
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय, वाराणसी
जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली
रवीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय, कोलकाता
हैदराबाद विश्वविद्यालय, हैदराबाद
एम्बेसी ऑफ जापान, नई दिल्ली
दिल्ली विश्वविद्यालय, नई दिल्ली.
पुणे विश्वविद्यालय,पुणे.

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किन किन भाषाओं कि बढ़ रही हैं माँग --

एक्सपर्ट कहते है कि इस समय एस्पेनिस्, कोरिया, जर्मन, जापानी भाषा से जुड़े विशेषज्ञ की डिमांड बड़ रही है। इसके अलावा चीनी, अरबी, फ्रेंच भाषा भी युवाओं का ध्यान अपनी और खेच रही है। कई कम्पनी तो अपने दफ्तर में सीधे तौर पर भाषा एक्सपर्ट कि नियुक्ति कर रही हैं। इसके अलावा कम्पनी ट्रांसलेटर के पद पर भी भर्ती करती हैं। खास बात यह है कि इसके लिए कम्पनी ऑफिस आने कि बाध्यता नही रखती, यानी आप घर से भी नौकरी कर सकते है। इसमें वेतन भी अच्छा मिल रहा है,साथ ही इंटरनेशन लेवल पर काम का अनुभव होना बेहद उपयोगी सिद्ध हो सकता है। 

 मिलती है प्राथमिकता --

एक सर्वे के मुताबिक कंपनियां कैंडिडेट को रखते समय उसमें विशेष स्किल को देखती हैं। रेस में आपको एक अतिरिक्त लैंग्वेज आने से आपको प्राथमिकता मिल सकती है। इसके अलावा गूगल, ऐपल और माइक्रोसॉफ्ट जैसी कंपनियां अपने यहां ब्रांड स्पेशलिस्ट की भर्तियां करती हैं। गौरतलब है इस पद पर होने वाली भर्ती के लिए कंपनियां बड़ी सैलरी ऑफर करती हैं। 
किसी एक लैंग्वेज में विशेषज्ञता : हासिल करते हैं, तो इंटरप्रेटर और - ट्रांसलेटर के तौर पर भी काम करने का मौका मिलता है। ये विशेषज्ञ कई तरह से काम करते हैं। जैसेमान लीजिए : आपने स्पेनिश  सीखी है, तो आपको स्पेन के 
 क्लाइंट से बात करनी होगी। ' उसकी जरूरतों को समझना होगा। वो किन चीजों में सुधार करना चाहता है, यह 
भी जानना होगा। इन सभी बातों को कंपनी तक पहुंचाना आपकी जिम्मेदारी का हिस्सा है। इस तरह कंपनियां विदेशी क्लाइंट के जरिए बिजनेस को बढ़ाती हैं। 

Internation relationship में अच्छे अवसर ---


बतोर लैंग्वेज एक्सपर्ट, आपको इंटरनेशनल रिलेशंस से लेकर हॉस्पिटैलिटी तक मौके ही मौके मिलते हैं। कई कंपनियां अपने मैनेजमेंट डोमेन में अलग अलग भाषाओं के जानकारों को रखती हैं। इनकी भाषा को विशेष स्किल के तौर पर देखा जाता है। इसके अलावा टूर गाइड और ट्रैवल एडवाइजर के तौर पर भी इन्हें कंपनियों में मौके मिलते हैं जो पर्यटन से जुड़ी हुई हैं। इसके. साथ ही भाषाओं पर बेहतर पकड़ रखते हैं तो इंटरनेशनल रिलेशंस के सेक्टर में भी कैरियर की शुरुआत कर सकते हैं। अगर आप इंटरनेशनल रिलेशंस में ग्रेजुएशन या पीजी कर चुके हैं तो यहां पर आपको प्राथमिकता मिलती है। इस तरह लैंग्वेज एक्सपर्ट बनकर कई अलग अलग क्षेत्रों में आपको मौके मिलते हैं। ध्यान रखने वाली बात है कि कई बार ' ऐसे एक्सपर्ट की डिग्री भी देखी जाती है, इसलिए इसे किसी मान्यता प्राप्त  संस्थान से ही करें। 


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राइटर      --- kedar lal